
NSE F&O Pre-Open Session Launches December 8, 2025 | Image: ANI
राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 8 दिसंबर, 2025 से अपने इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में प्री-ओपन सत्र शुरू करने की योजना बनाई है। यह कदम ट्रेडिंग प्रक्रिया को एक नई दिशा देगा और निवेशकों के लिए एक बेहतर वातावरण तैयार करेगा। इस प्री-ओपन सत्र के माध्यम से, बाजार की प्रारंभिक गतिविधियों को एक व्यवस्थित रूप दिया जाएगा, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव को कम किया जा सकेगा।
बाजार के इस नए नियम के अनुसार, यह पहल भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा 29 मई, 2025 को जारी किए गए निर्देशों के अनुरूप है। यह सत्र व्यक्तिगत स्टॉक्स और इंडेक्स दोनों पर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स पर लागू होगा। ट्रेडर्स को इस नई व्यवस्था से अधिक संतुलित और सुव्यवस्थित शुरुआत करने का अवसर मिलेगा, जो कि व्यापार के पहले घंटों में ही अस्थिरता को कम करेगा।
प्री-ओपन सत्र क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
प्री-ओपन सत्र को मुख्य ट्रेडिंग गतिविधियों की शुरुआत से पहले एक वार्म-अप चरण के रूप में समझा जा सकता है। यह सत्र सुबह 9:00 बजे से 9:15 बजे तक चलता है और इसमें कॉल ऑक्शन तंत्र का उपयोग किया जाता है। इसमें खरीद और बिक्री के आदेश एकत्र किए जाते हैं और एक उचित मूल्य पर मिलाए जाते हैं, जिससे उद्घाटन दर निर्धारित होती है। यह प्रक्रिया वास्तविक मांग और आपूर्ति के आधार पर एक संतुलित उद्घाटन मूल्य की खोज करने में मदद करती है, जिससे निरंतर ट्रेडिंग में होने वाली अत्यधिक मूल्य स्विंग को कम किया जा सके।
फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) ट्रेडर्स के लिए, यह एक गेम-चेंजर है जो एक ऐसे बाजार में टोन सेट करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है, जो अपनी उच्च लीवरेज और गति के लिए जाना जाता है। इस नए सत्र के माध्यम से, ट्रेडर्स को एक स्पष्ट और सुव्यवस्थित प्रारंभिक मूल्यांकन का अवसर मिलेगा।
समय और चरणों का विवरण
यह सत्र सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए चरणों में विभाजित है।
आदेश प्रविष्टि अवधि: सुबह 9:00 बजे से 9:08 बजे तक, ट्रेडर्स आदेश दर्ज, संशोधित या रद्द कर सकते हैं। इसमें दोनों प्रकार के आदेश – लिमिट ऑर्डर (जहां आप कीमत निर्दिष्ट करते हैं) और मार्केट ऑर्डर (जो सबसे अच्छे उपलब्ध मूल्य पर निष्पादित होते हैं) शामिल हैं। हालांकि, स्टॉप-लॉस या इमेडिएट-ऑर-कैंसल (IOC) जैसे विशेष प्रकार के आदेशों की अनुमति नहीं होगी।
आदेश मिलान और व्यापार पुष्टि: इसके तुरंत बाद, लगभग 9:08 बजे से 9:12 बजे तक, आदेशों को संतुलन मूल्य पर मिलाया जाएगा, जो आधिकारिक उद्घाटन मूल्य बन जाएगा। मिलान की प्रक्रिया स्पष्ट रूप से निर्धारित होती है: सबसे पहले लिमिट ऑर्डर को एक-दूसरे से मिलाया जाएगा, फिर बचे हुए मार्केट ऑर्डर को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा। इस चरण में कोई परिवर्तन या रद्दीकरण नहीं होगा; ट्रेड अंतिम माने जाएंगे, और विवरण सामान्य ट्रेडिंग शुरू होने से पहले साझा किए जाएंगे।
बफर काल: 9:12 बजे से 9:15 बजे तक का एक छोटा बफर लगातार ट्रेडिंग में बदलाव को सुगम बनाने के लिए है। पूरे प्री-ओपन सत्र के दौरान, आपको संभावित उद्घाटन मूल्य, कुल खरीद/बिक्री मात्रा, और पिछले बंद की तुलना में इसकी स्थिति पर लाइव अपडेट मिलेंगे, जिससे सभी को जानकारी प्राप्त होती रहेगी।
कौन से कॉन्ट्रैक्ट्स शामिल हैं?
एक्सचेंज के सर्कुलर के अनुसार, यह प्री-ओपन सत्र वर्तमान महीने के स्टॉक्स और इंडेक्स पर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स पर लागू होगा।
हालांकि, समाप्ति से पहले के अंतिम पांच व्यापार दिवसों में, यह अगले महीने के कॉन्ट्रैक्ट्स पर भी लागू होगा। लेकिन इसे दूर के महीने (तीसरे महीने) की समाप्तियों, स्प्रेड कॉन्ट्रैक्ट्स, स्टॉक्स या इंडेक्स पर ऑप्शंस, या कॉर्पोरेट क्रियाओं जैसे कि डिविडेंड से प्रभावित फ्यूचर्स पर लागू नहीं किया जाएगा।
बाजार के नियम जैसे कि टिक साइज (छोटी कीमत में परिवर्तन), लॉट साइज, और मूल्य बैंड सामान्य ट्रेडिंग के समान रहेंगे।























