फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया का नया फंड: ‘फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी-फैक्टर फंड’
निवेश की दुनिया में टेक्नोलॉजी और डेटा का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसका स्पष्ट उदाहरण है फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया द्वारा लॉन्च किया गया नया फंड ‘फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी-फैक्टर फंड (FIMF)’. इस फंड को 4 नवंबर 2025 को पेश किया गया है और यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो कि डेटा और टेक्नोलॉजी पर आधारित निवेश रणनीतियों का पालन करती है. कंपनी का यह दावा है कि यह फंड निवेशकों को लंबे समय में संपत्ति बनाने का अवसर प्रदान करेगा, वह भी जोखिम को संतुलित रखते हुए.
फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी-फैक्टर फंड (FIMF) को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह रिटर्न और रिस्क के बीच संतुलन बनाए रखे. यह फंड क्वांटिटेटिव मॉडल यानी डेटा-आधारित निवेश पद्धति पर कार्य करता है, जिसमें निवेश के निर्णय किसी भावना या अनुमान पर नहीं बल्कि सटीक डेटा पॉइंट्स पर आधारित होते हैं. इसके माध्यम से निवेशक को स्थिर और समझदारी भरे रिटर्न देने का लक्ष्य रखा गया है.
फंड की विशेषताएं और निवेश रणनीति
इस फंड की निवेश रणनीति में भारत की टॉप 500 लिस्टेड कंपनियों में से शेयरों का चयन किया जाता है, और इसमें क्वालिटी, वैल्यू, सेंटीमेंट और अल्टरनेटिव्स जैसे महत्वपूर्ण फैक्टर्स पर जोर दिया जाता है. निवेशकों को दी जाने वाली स्थिरता और डेटा की सटीकता को मिलाकर एक ऐसा पोर्टफोलियो तैयार किया जाता है, जो विभिन्न मार्केट परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सके.
फंड की NFO की तारीखें इस प्रकार हैं:
- ओपनिंग डेट: 10 नवंबर 2025
- क्लोजिंग डेट: 24 नवंबर 2025
- प्रति यूनिट कीमत: ₹10
इस दौरान निवेशक फंड की यूनिट्स को ₹10 के एनएफओ मूल्य पर खरीद सकते हैं, जिससे उन्हें प्रारंभिक स्तर पर ही लाभ उठाने का अवसर मिलेगा.
कंपनी के अधिकारियों का दृष्टिकोण
फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया के प्रेसिडेंट अविनाश सत्वालेकर ने कहा कि टेक्नोलॉजी अब निवेश रणनीतियों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है. डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके पोर्टफोलियो मैनेजर बेहतर निवेश अवसरों की पहचान कर सकते हैं. उनका मानना है कि यह फंड टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो निवेशकों को बढ़िया रिटर्न दिलाने में सक्षम होगा.
उन्होंने यह भी बताया कि यह फंड विभिन्न मार्केट साइकल्स में खुद को एडजस्ट करने की क्षमता रखता है, जिससे निवेशक लगातार अच्छे रिटर्न प्राप्त कर सकें, भले ही बाजार में उतार-चढ़ाव क्यों न हो.
विशेषज्ञों की राय
फ्रैंकलिन टेम्पलटन इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशंस के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और हेड एडम पेट्रिक ने बताया कि उनकी टीम इस फंड में 98 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की एसेट्स का प्रबंधन कर रही है और उनके पास 160 साल से अधिक का निवेश अनुभव है. उन्होंने जोड़ते हुए कहा कि उनकी टीम कंपनी के ROE, वैल्यूएशन और अर्निंग्स मोमेंटम जैसे संकेतकों को मैक्रोइकोनॉमिक फैक्टर्स के साथ जोड़कर एक सटीक और संतुलित निवेश रणनीति तैयार करती है.
फंड के मैनेजर अरिहंत जैन ने बताया कि यह मॉडल 40 से ज्यादा फैक्टर्स पर काम करता है, जिसमें क्वालिटी, वैल्यू, सेंटीमेंट और अल्टरनेटिव्स शामिल हैं. प्रत्येक मार्केट साइकिल में अलग फैक्टर अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, जिससे मल्टी-फैक्टर अप्रोच रिस्क को फैलाने और नुकसान को कम करने में मदद करती है.
निवेशकों के लिए एक प्रभावी विकल्प
यह फंड विशेषकर उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो डेटा और अनुशासन पर आधारित निवेश करना चाहते हैं, न कि केवल बाजार की भावनाओं पर. FIMF बाजार की स्थिति के अनुसार खुद को एडजस्ट करता है और रिस्क को कम करके रिटर्न को स्थिर रखने का प्रयास करता है. फ्रैंकलिन टेम्पलटन का यह नया फंड पारंपरिक निवेश से अलग, टेक्नोलॉजी और अनुभव का मिश्रण प्रस्तुत करता है, जो लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक स्मार्ट और डेटा-ड्रिवन विकल्प साबित हो सकता है.


























