पियूष गोयल की न्यूजीलैंड यात्रा: एफटीए वार्ता को गति देने का प्रयास
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल 5 नवंबर 2025 को न्यूजीलैंड में होंगे, जहाँ वे न्यूजीलैंड के ट्रेड मंत्री टॉड मैक्ले के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत करेंगे। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच एफटीए प्रक्रिया को तेज करने और एक व्यापक तथा पारस्परिक रूप से लाभकारी आर्थिक साझेदारी बनाने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
भारत-न्यूजीलैंड एफटीए वार्ता का चौथा दौर 3 नवंबर 2025 को ऑकलैंड में शुरू हुआ, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संवाद को गहरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस यात्रा के दौरान, गोयल कई उच्च स्तरीय बैठकों में भाग लेंगे, जिनका उद्देश्य भारत और न्यूजीलैंड के बीच व्यापार, निवेश और नवाचार के संबंधों को मजबूत करना है। इनमें न्यूजीलैंड के व्यापार जगत के प्रमुख सदस्यों और भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ विशेष बातचीत शामिल है, जिससे दोनों देशों के निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
न्यूजीलैंड-भारत व्यापार मंच और सांस्कृतिक कार्यक्रम
ऑकलैंड में अपराह्न में एक न्यूजीलैंड-भारत व्यापार मंच का आयोजन किया जाएगा, जिसके बाद भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों के साथ एक सामुदायिक इंटरैक्शन कार्यक्रम होगा। इसके अलावा, गोयल और न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैक्ले के बीच एक फायरसाइड चैट भी होगी, जिसका संचालन ऑकलैंड बिजनेस चैंबर के CEO साइमन ब्रिजेज करेंगे।
यह संवाद व्यापार सहयोग को आगे बढ़ाने, नए आर्थिक क्षेत्रों की पहचान करने और नवाचार, प्रौद्योगिकी एवं सतत विकास में सहयोग को बढ़ाने पर केन्द्रित होगा। इन बैठकों में उद्योग के नेताओं, व्यापार मंडलों और न्यूजीलैंड के सरकारी प्रतिनिधियों की भागीदारी की उम्मीद है, जो द्विपक्षीय संबंधों में बढ़ती गतिविधियों और एक मजबूत, भविष्य-उन्मुख आर्थिक साझेदारी के लिए साझा दृष्टिकोण की पुष्टि करते हैं।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आर्थिक सहयोग का महत्व
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आर्थिक सहयोग का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एफटीए एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित हो सकता है। इस समझौते के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, जैसे कि कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी, और सेवा क्षेत्र।
- व्यापार बढ़ाने के मौके: एफटीए के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि की संभावना है।
- नवीनता और प्रौद्योगिकी: दोनों देशों के व्यवसायों को नवीनतम तकनीकों और नवाचारों के आदान-प्रदान का अवसर मिलेगा।
- सतत विकास: यह सहयोग न केवल आर्थिक बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता को भी ध्यान में रखेगा।
इस यात्रा और वार्ताओं का उद्देश्य न केवल व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना है, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को भी बढ़ावा देना है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच का यह सहयोग दोनों देशों के लिए एक नई दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा।
निष्कर्ष
पियूष गोयल की न्यूजीलैंड यात्रा और एफटीए वार्ता का चौथा दौर भारतीय व्यापारियों और निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह यात्रा न केवल व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करेगी, बल्कि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सांस्कृतिक संबंधों को भी बढ़ावा देगी। आने वाले समय में, यह सहयोग आर्थिक विकास की नई संभावनाओं को जन्म देगा।






















