Startup से लेकर Ola तक: कैसे रतन टाटा ने भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया?

सारांश

रतन टाटा: भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के स्तंभ रतन टाटा का योगदान 9 अक्टूबर 2024 को टाटा संस के चेयरमैन एमीटस रतन टाटा का निधन हुआ, जिसने भारत के व्यापार जगत में एक विशाल शून्य छोड़ दिया। यह शून्य हर भारतीय नागरिक द्वारा महसूस किया गया। रतन टाटा, जो नवल टाटा और सोनू कमिसारियात के […]

kapil6294
Oct 11, 2025, 5:45 AM IST



रतन टाटा: भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के स्तंभ

रतन टाटा का योगदान

9 अक्टूबर 2024 को टाटा संस के चेयरमैन एमीटस रतन टाटा का निधन हुआ, जिसने भारत के व्यापार जगत में एक विशाल शून्य छोड़ दिया। यह शून्य हर भारतीय नागरिक द्वारा महसूस किया गया। रतन टाटा, जो नवल टाटा और सोनू कमिसारियात के बड़े पुत्र थे, ने एक ऐसा समूह खड़ा किया जो विश्वास का प्रतीक बन गया। इसके साथ ही, उन्होंने भारत के बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी मजबूती प्रदान की।

OnePlus Nord CE5
OnePlus Nord CE5
₹24,998
Redmi 13 5G Prime Edition
Redmi 13 5G Prime Edition
-44% ₹11,199
M.R.P.: ₹19,999

स्टार्टअप में निवेश की प्रेरणा

रतन टाटा ने अपने निवेशों को एक सीखने के अनुभव के रूप में लिया। उन्होंने Paytm और Snapdeal जैसे उद्यमों का समर्थन किया, जो न केवल प्रमुख सफलता की कहानियाँ बन गए, बल्कि भारत के वर्तमान विकास की गति को भी बढ़ावा दिया। Paytm, जो पहले एक मोबाइल रिचार्ज प्लेटफॉर्म के रूप में शुरू हुआ, अब एक प्रमुख फिनटेक खिलाड़ी बन गया है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 9% है और यह प्रति माह 1.2 बिलियन लेनदेन करता है।

ओला: भारतीय उद्यमिता का एक और उदाहरण

दूसरी ओर, रतन टाटा ने स्वदेशी राइड-हेलिंग सेवा प्रदाता ओला का समर्थन किया, जो उबर के लिए सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों में से एक बन गया। ओला ने ओला इलेक्ट्रिक जैसे विश्वसनीय सहायक कंपनियों की स्थापना की है, साथ ही ‘कृतिम’, अपनी AI शाखा को भी लॉन्च किया। रतन टाटा के द्वारा समर्थित इन कंपनियों ने भारत के स्टार्टअप परिदृश्य में एक नई दिशा दी है।

Get 1 free credit in your first month of free trial to use on any title of your choice

रतन टाटा की प्रेरणादायक कहानियाँ

इस महान उद्योगपति की अपनी आस्था और सिद्धांतों का पालन करने की कहानियाँ लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। एक बार उन्हें एक पत्र मिला जो एक डिज़ाइन इंजीनियर शांतनु नायडू ने लिखा था, जो टाटा एल्क्सी में काम कर रहा था। उन्होंने एक ऐसा उद्यम प्रस्तावित किया था जो सड़कों पर रहने वाले कुत्तों के लिए कॉलर बनाने का था, ताकि उनके लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह मित्रता अंततः रतन टाटा को नायडू के स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश करने के लिए प्रेरित किया, जो वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए स्थापित किया गया था।

टाटा का निवेश और योगदान

वर्षों में, रतन टाटा ने 40 से अधिक स्टार्टअप्स में निवेश किया है, जो यह दिखाते हैं कि भारत के आधुनिक व्यवसायों को कैसे कार्य करना और विकसित होना चाहिए। उनके द्वारा समर्थित सफल स्टार्टअप्स की सूची में B2B मार्केटप्लेस Moglix, चश्मे का ब्रांड Lenskart, बेबी उत्पादों का ब्रांड Firstcry, और घरेलू सेवाओं का प्रदाता Urban Company शामिल हैं।

टाटा ट्रस्ट का सामाजिक योगदान

इस बीच, टाटा ट्रस्ट, जो टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के लगभग 66 प्रतिशत का मालिक है, ने उत्पन्न लाभों का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और ग्रामीण आजीविका को लोकतांत्रिक बनाने, और वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए किया है। टाटा ट्रस्ट का यह प्रयास न केवल समाज के विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह एक सशक्त भारत के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

रतन टाटा की विरासत

रतन टाटा की विरासत उनकी दूरदर्शिता, उद्यमिता और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के रूप में जानी जाएगी। उनके योगदान ने न केवल भारतीय उद्योग को नया आकार दिया है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उनकी कहानियाँ और उनके द्वारा किए गए कार्य हमें यह सिखाते हैं कि हम अपने विश्वासों के प्रति दृढ़ रहकर और समाज की भलाई के लिए काम करके कैसे एक बेहतर दुनिया बना सकते हैं।



कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

विज्ञापन