सहरसा में सड़क हादसे में मजदूर की मौत
सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग पर शनिवार देर शाम एक दुखद सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक अज्ञात बाइक सवार ने एक मजदूर को टक्कर मार दी। इस घटना में गंभीर रूप से घायल मजदूर को तुरंत सहरसा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बाइक सवार घटना के बाद मौके से फरार हो गया, जिसके कारण स्थानीय लोगों और पुलिस में चिंता का माहौल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
मृतक की पहचान और पारिवारिक स्थिति
मृतक की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के सिहौल गांव निवासी 48 वर्षीय मोहम्मद छबो मियां के रूप में हुई है। वह अपने परिवार के इकलौते आर्थिक सहारे थे और उनके छह बच्चे हैं, जिनमें चार बेटे और दो बेटियां शामिल हैं। इस दुखद घटना से परिवार में शोक का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मोहम्मद छबो मियां का आकस्मिक निधन उनके परिवार के लिए एक बड़ा झटका है।
घटना की जानकारी और स्थानीय प्रतिक्रिया
मृतक के बहनोई मोहम्मद निजामुद्दीन ने घटना का विवरण साझा करते हुए बताया कि छबो मियां खेत से घर लौट रहे थे। इसी दौरान, एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक चालक अपनी गाड़ी लेकर फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने छबो मियां को तुरंत पंचगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया।
अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु
सदर अस्पताल में करीब आधे घंटे तक इलाज के बाद मोहम्मद छबो मियां की मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिसके चलते उनकी जान चली गई। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक दुखदायी घटना बन गई है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा और दुख है।
पुलिस कार्रवाई और जांच
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। सहरसा सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी जरूरी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी सहयोग मांगा है ताकि बाइक सवार की पहचान की जा सके और उसे कानून के दायरे में लाया जा सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। लोगों का कहना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को सड़क पर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराना चाहिए। कई लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि गांव में सुरक्षा उपायों को सुधारने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
निष्कर्ष
इस दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया है और यह एक बार फिर से सड़क पर सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है। इस हादसे ने न केवल एक परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें सड़क सुरक्षा के प्रति और अधिक जागरूक होना चाहिए। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करें ताकि दोषी को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं टाली जा सकें।






















