Election: लालू परिवार की अनोखी चुनावी कहानी!

kapil6294
Nov 06, 2025, 6:42 AM IST

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव: लालू परिवार में महाभारत की गवाह बनीं तेजस्वी और तेज प्रताप यादव की जंग बिहार विधानसभा चुनाव में राजद नेता लालू यादव के दो बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच एक अनूठी राजनीतिक लड़ाई देखने को मिल रही है। इस चुनावी महाभारत में परिवार के अन्य सदस्य भी सक्रियता […]

बिहार विधानसभा चुनाव: लालू परिवार में महाभारत की गवाह बनीं तेजस्वी और तेज प्रताप यादव की जंग

बिहार विधानसभा चुनाव में राजद नेता लालू यादव के दो बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच एक अनूठी राजनीतिक लड़ाई देखने को मिल रही है। इस चुनावी महाभारत में परिवार के अन्य सदस्य भी सक्रियता से शामिल हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकता तेजस्वी के पक्ष में है।

महुआ विधानसभा सीट पर तेज प्रताप यादव को समर्थन देने के लिए उनकी मां राबड़ी देवी और बड़ी बहनें मीसा भारती व रोहिणी ने राजद उम्मीदवार मुकेश रौशन के बजाय तेज प्रताप को आशीर्वाद दिया है। वहीं, तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई तेज प्रताप को हराने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। यह स्पष्ट हो गया है कि लालू परिवार में सब कुछ ठीक नहीं है।

महुआ और राघोपुर की लड़ाई: परिवार की अंतर्दृष्टि

महुआ और राघोपुर की चुनावी लड़ाई ने लालू परिवार की आंतरिक राजनीति को उजागर कर दिया है। तेजस्वी यादव ने महुआ में चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि “पार्टी ही मां-बाप होती है” और मतदाताओं से अपील की कि वे राजद के उम्मीदवार मुकेश रौशन को वोट दें। इसके जवाब में तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “हमारी जनता मालिक होती है, न कि पार्टी।” यह बयान तेज प्रताप के चुनावी संघर्ष को दर्शाता है, जिसमें वह अपने छोटे भाई के प्रति असहमति व्यक्त कर रहे हैं।

तेज प्रताप ने पहले ही घोषणा की थी कि यदि तेजस्वी महुआ में प्रचार करेंगे, तो वह राघोपुर में जाएंगे। इसके बाद, उन्होंने तेजस्वी के खिलाफ चुनाव प्रचार किया, जो कि इस परिवार में बढ़ते मतभेदों को दर्शाता है। दोनों भाइयों के बीच बयानबाजी का सिलसिला जारी है, जिसमें तेजस्वी ने कहा कि “पार्टी से बड़ा परिवार नहीं है” और तेज प्रताप ने यह कहते हुए पलटवार किया कि “पार्टी केवल एक व्यवस्था है, जनता सबसे बड़ी होती है।”

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परिवार का समर्थन: राबड़ी देवी और मीसा भारती का बयान

लालू परिवार के सदस्यों की ओर से तेज प्रताप को समर्थन देने वाले बयानों ने स्थिति को और जटिल कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, “तेज प्रताप सही है, वह अपनी जगह पर चुनाव लड़ रहा है।” वहीं, मीसा भारती ने भी तेज प्रताप को जीत का आशीर्वाद दिया है, यह दर्शाते हुए कि परिवार के भीतर की एकता की कमी है।

रोहिणी आचार्या ने भी तेज प्रताप को समर्थन दिया, और कहा, “उसे जीत का आशीर्वाद है।” इस तरह के बयानों ने यह सवाल उठाया है कि क्या यह पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं है, खासकर जब राजद के उम्मीदवार मुकेश रौशन भी चुनावी मैदान में हैं।

तेज प्रताप यादव की राजनीतिक यात्रा

तेज प्रताप यादव को उनके पिता लालू यादव द्वारा राजद से छह साल के लिए निकाल दिया गया था। यह कार्रवाई तब हुई जब उनका एक विवादास्पद वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद उन्होंने जनशक्ति जनता दल नाम की पार्टी बनाई और चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया। तेज प्रताप का कहना है कि उनकी पार्टी ही असली राजद है, और वे अपने पिता के विचारों पर चल रहे हैं।

तेज प्रताप ने चुनावी प्रचार में अपनी दादी मछरिया देवी की तस्वीर को अपने साथ रखा है, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। उनकी चुनावी रणनीति में यह संदेश छिपा है कि वे अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

महुआ विधानसभा सीट: त्रिकोणीय लड़ाई का मुकाबला

महुआ विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय लड़ाई देखने को मिल रही है। राजद के मुकेश रौशन, जनशक्ति जनता दल के तेज प्रताप यादव और LJP R के संजय कुमार सिंह के बीच मुकाबला है। पिछले चुनावों में, इस सीट पर मुख्य मुकाबला जदयू और राजद के बीच होता रहा है। यहाँ यादव और मुसलमान मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं।

महुआ की राजनीतिक स्थिति को लेकर विश्लेषक मानते हैं कि लालू परिवार के भीतर के मतभेद और व्यक्तिगत राजनीतिक जंग से वोटरों में दुविधा उत्पन्न होगी। वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश अश्क ने कहा, “यह लालू परिवार का सियासी ड्रामा है।” इस स्थिति में तेजस्वी यादव का नेतृत्व और समन्वय न केवल महागठबंधन के भीतर, बल्कि उनके परिवार में भी सवाल उठाता है।

निष्कर्ष: बिहार चुनाव और परिवार की राजनीति

बिहार विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के बीच की यह लड़ाई न केवल व्यक्तिगत राजनीतिक जंग है, बल्कि यह लालू परिवार की आंतरिक राजनीति का भी एक बड़ा उदाहरण पेश करती है। इस चुनावी महाभारत के परिणाम यह तय करेंगे कि बिहार की राजनीति में लालू परिवार का भविष्य क्या होगा।

अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या तेज प्रताप यादव अपने प्रयासों में सफल होते हैं या तेजस्वी यादव अपने भाई को हराने में सफल होंगे। यह चुनाव बिहार की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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