बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए की जनसभा में हुआ हंगामा
बिहार विधानसभा चुनावों के बीच मंगलवार को पश्चिम चंपारण के बैरिया प्रखंड के शहीद भगत सिंह खेल मैदान में आयोजित एनडीए की चुनावी जनसभा में उस समय हलचल मच गई जब कुछ युवक राजद का झंडा लेकर मंच के समीप पहुंचने लगे। इस घटना ने जनसभा में उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच तनाव पैदा कर दिया।
सुरक्षा बलों की तत्परता से नियंत्रित हुआ माहौल
हालांकि, सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन युवकों को मंच से दूर कर दिया, लेकिन इस घटना के बाद कुछ समय के लिए तनाव बना रहा। एनडीए के स्टार प्रचारक और गोरखपुर सांसद रवि किशन ने इसे ‘जंगलराज की झलक’ करार देते हुए कहा कि बिहार की जनता अब ऐसे माहौल को स्वीकार नहीं करेगी। उनका यह बयान इस बात का संकेत था कि वे बिहार में सुरक्षा और शांति के मुद्दे को प्राथमिकता दे रहे हैं।
रवि किशन का हमला और सुरक्षा की चिंता
जनसभा के दौरान, रवि किशन ने नौतन में अपने काफिले पर हमले की कोशिश का खुलासा भी किया। उन्होंने कहा, “नौतन में हम पर हमला करने की कोशिश हुई है। वहां के उम्मीदवार नारायण प्रसाद के साथ हमारी सभा में विपक्ष के लोग घुस आए थे।” उनके इस बयान ने उपस्थित लोगों को और भी चिंतित कर दिया।
रवि किशन ने आगे कहा, “कल रात नितिन नवीन की सभा के बाद भी हमला करने की कोशिश हुई। यह साफ है कि विरोधी दल को अपनी भारी हार दिख रही है, इसलिए अब वे हम पर हमला कर डराने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। यूपी पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गोरखपुर में पकड़ा है, जबकि दूसरे का फोन दिल्ली से आया था, उसे भी पकड़ा जा रहा है।
धमकी देने वालों पर कार्रवाई का आश्वासन
रवि किशन ने यूपी पुलिस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कहा, “धमकी देने वाला पकड़ा गया है। बाकी लोगों को भी ढूंढा जा रहा है। इसके पीछे कौन है, यह भी सामने आएगा।” उनके इस बयान ने सुरक्षा बलों की कार्यवाही की सराहना की।
महागठबंधन की सरकार पर हमला
सभा में एनडीए के प्रत्याशी नारायण प्रसाद ने भी महागठबंधन की सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “यदि महागठबंधन की सरकार आई, तो अपहरण, लूट और भय का दौर लौट आएगा।” उनका यह बयान इस बात का संकेत था कि वे बिहार में स्थिरता और विकास की बात कर रहे हैं, न कि अराजकता की।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच प्रक्रिया
हालांकि, बेतिया पुलिस ने सांसद रविकिशन पर हमले की कोशिश के दावों को नकार दिया है। एसडीपीओ रजनीश कांत प्रियदर्शी ने बताया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “कुछ लड़के दूसरे पार्टी का झंडा लेकर घुसे थे। इसकी जांच की जा रही है।” इस प्रकार, पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जनता की सुरक्षा और चुनावी माहौल
बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान सुरक्षा और शांति का माहौल बनाए रखना बेहद आवश्यक है। राजनीतिक दलों के बीच चल रहे संघर्ष और तनाव से न केवल चुनावी प्रक्रिया प्रभावित होती है, बल्कि जनता का विश्वास भी डगमगा सकता है। ऐसे में, नेताओं और सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे जनता को सुरक्षित महसूस कराएं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलने दें।
बिहार की जनता अब यह देखना चाहती है कि चुनावी माहौल में स्थिरता और सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। ऐसे में, नेताओं को अपनी बात रखने के साथ-साथ जनता की चिंता और सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।


























