बिहार चुनाव में महिलाओं की भूमिका पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत बिहार की महिलाओं से संवाद किया। इस संवाद में एक महिला ने प्रधानमंत्री से कहा कि बिहार में चुनाव का माहौल है और इस लोकतांत्रिक पर्व को लेकर महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी कुछ खास बातें साझा कीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “बिहार में NDA नेताओं की रैलियां रोजाना नए रिकॉर्ड बना रही हैं। सभा मंडल में बहनों और बेटियों के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठता है। बिहार की महिला कार्यकर्ता ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत अद्भुत कार्य कर रही हैं।” उन्होंने कहा कि उन्होंने सीधे संवाद करने का निर्णय लिया ताकि वे लोगों की समस्याओं और भावनाओं को समझ सकें।
महिलाओं में मतदान के प्रति उत्साह
इस कार्यक्रम में बेगूसराय से महिला मोर्चा की अध्यक्ष डॉक्टर रेखा ने कहा, “मैं एक होम्योपैथ डॉक्टर हूं। इस बार महिलाओं और पुरुषों दोनों में मतदान के प्रति काफी उत्साह है। महिलाएं इस बार पुरुषों से ज्यादा मतदान करेंगी। वे कहती हैं कि डबल इंजन की सरकार ने उनका जीवन बदल दिया है।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कई महिलाओं से मुलाकात की है, जो सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावों के नजदीक आ जाने के बाद कहा, “मैंने चुनावों को नजदीक से देखा है। NDA बहुत भारी वोटों से जीतने वाली है और मुझे जीत को लेकर कोई संदेह नहीं है। अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करने के लिए आपने क्या योजना बनाई है?”
महिलाओं के लिए NDA सरकार के महत्वपूर्ण ऐलान
बिहार सरकार ने महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है, जो उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इनमें से कुछ योजनाएं निम्नलिखित हैं:
- महिला रोजगार योजना: बिहार की महिलाओं को 18 से 60 वर्ष की आयु के लिए 2 लाख रुपए तक का वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।
- डोमिसाइल नीति: सरकारी नौकरियों में बिहार की महिलाओं के लिए 35% सीटें आरक्षित की गई हैं, जिससे उन्हें विशेष अवसर प्राप्त होंगे।
- जीविका दीदियों के लोन का ब्याज कम किया गया: जीविका दीदियों को 3 लाख से ज्यादा के लोन पर ब्याज दर को 10% से घटाकर 7% किया गया है।
- आशा और ममता कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ा: आशा कार्यकर्ताओं का मासिक वेतन 1000 से बढ़कर 3000 रुपए कर दिया गया है, जबकि ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 600 रुपए मिलेंगे।
- पेंशन योजना का विस्तार: विधवाओं और बुजुर्गों के लिए पेंशन राशि को 400 रुपए से बढ़ाकर 1100 रुपए प्रति माह कर दिया गया है।
- महिलाओं के लिए बजट में विशेष प्रावधान: मार्च में पेश किए गए बजट में महिलाओं की जरूरतों का ध्यान रखते हुए कई योजनाएं शामिल की गई हैं, जैसे पिंक टॉयलेट, पिंक बस, और महिलाओं के लिए कन्या मंडप।
जंगलराज की याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री का संदेश
4 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं से वर्चुअल संवाद किया, जिसमें उन्होंने जंगलराज की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “ढाई दशक पहले बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल बहुत खराब था। स्कूल नहीं खुलते थे और बच्चे स्कूल नहीं आते थे। इस कारण बहुत से लोगों को बिहार छोड़कर जाना पड़ा।” इस प्रकार, उन्होंने बिहार की स्थिति में सुधार का संकल्प लिया है।
इस संवाद से यह स्पष्ट होता है कि बिहार की महिलाओं की भागीदारी चुनावों में न केवल महत्वपूर्ण है, बल्कि उन्हें सशक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम भी सराहनीय हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह प्रयास यह दर्शाता है कि वह महिलाओं की आवाज़ को सुनने और उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।






















