बिहार चुनाव में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का जोरदार भाषण
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के रामनगर में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस जनसभा में उन्होंने कांग्रेस, राजद और एआईएमआईएम पर कड़े आरोप लगाए। रामनगर प्रखंड के तौलाहा स्थित खेल मैदान में आयोजित इस सभा में भाजपा के प्रत्याशी नंदकिशोर राम का समर्थन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे।
हिमंत सरमा ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि बिहार की राजनीति में घुसपैठियों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी की “वोटर अधिकार यात्रा” पर कटाक्ष करते हुए कहा, “राहुल गांधी कहते हैं नाम मत काटो, लेकिन यदि वे घुसपैठियों के वोट से प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, तो उन्हें भारत नहीं, बांग्लादेश जाना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश में घुसपैठियों को कभी भी वोट देने का अधिकार नहीं मिलेगा।
लालू और तेजस्वी पर तीखा हमला
सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं, बल्कि सरमा ने राजद प्रमुख लालू यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी हमले किए। उन्होंने कहा, “लालू और तेजस्वी बाबर और औरंगजेब की विचारधारा का पालन कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राम और लक्ष्मण की राह पर चलने वाले हैं।” उनका यह बयान स्पष्ट रूप से बिहार की राजनीति में धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को लेकर चल रहे विवादों को और भी गरमा सकता है।
ओवैसी को पाकिस्तान भेजने की पेशकश
असदुद्दीन ओवैसी पर भी सरमा ने तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “ओवैसी कौन होते हैं यह तय करने वाले कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा? बिहार की जनता तय करेगी कि उनका नेता कौन बनेगा। यदि ओवैसी को अपने जैसे मुख्यमंत्री की जरूरत है, तो मैं उन्हें टिकट देकर पाकिस्तान भेज देता हूं।” इस बयान ने ओवैसी के समर्थन में खड़े लोगों के बीच भी हलचल मचा दी है।
नीतीश कुमार की योजनाओं की सराहना
बिहार की नीतीश सरकार की महिला सशक्तीकरण योजनाओं का जिक्र करते हुए सरमा ने कहा कि असम सरकार भी बिहार के इस मॉडल से प्रेरणा लेकर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा कब्जाई गई लगभग एक लाख एकड़ जमीन में से आधी जमीन को सरकार ने अब तक मुक्त करा लिया है। यह बयान असम में घुसपैठियों के खिलाफ उठाए गए कदमों की ओर इशारा करता है।
सभा में उपस्थित नेता और कार्यकर्ता
इस जनसभा में केंद्र सरकार के राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, निवर्तमान विधायक पद्मश्री भागीरथी देवी, जिलाध्यक्ष अचिंत्य कुमार लल्ला सहित कई एनडीए के नेता मौजूद रहे। सभा का माहौल उत्साहपूर्ण था और उपस्थित जनसमूह ने सरमा के भाषण का जोरदार स्वागत किया।
इस प्रकार, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बिहार में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश की। उनके बयान और हमले निश्चित रूप से आगामी चुनावों में बिहार की राजनीति को प्रभावित करेंगे।






















