बिहार चुनाव: दरभंगा में एनडीए की बड़ी जनसभा
दरभंगा में बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार के तहत एनडीए की एक बड़ी जनसभा का आयोजन होने जा रहा है। लोजपा(रा.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आज एनडीए समर्थित प्रत्याशियों के लिए दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इन रैलियों को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। चिराग पासवान की रैलियों का आयोजन दरभंगा के विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा, जिससे यहां के मतदाताओं को उनके राजनीतिक संदेश से जोड़ा जा सके।
पहली जनसभा: हायाघाट विधानसभा क्षेत्र
चिराग पासवान की पहली जनसभा हायाघाट विधानसभा क्षेत्र के महंत करण हाई स्कूल मैदान में होगी। यहां वे भाजपा के प्रत्याशी रामचंद्र प्रसाद के समर्थन में प्रचार करेंगे। इस सीट पर उनका मुकाबला महागठबंधन के उम्मीदवार श्याम भारती से है। हायाघाट में दोनों उम्मीदवारों के बीच एक कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, और ऐसे में चिराग पासवान की उपस्थिति से भाजपा के उम्मीदवार को संजीवनी मिल सकती है।
दूसरी जनसभा: मनिगाछी प्रखंड
पहली सभा के बाद चिराग पासवान दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मनिगाछी प्रखंड स्थित राघोपुर फुटबॉल मैदान में दूसरी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस रैली में वे जदयू के प्रत्याशी ईश्वर मंडल के लिए वोट मांगेंगे। यहां पर राजद ने छह बार के विधायक ललित यादव को चुनावी मैदान में उतारा है, जिससे मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
चिराग पासवान अपने भाषणों में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मतदाताओं को देंगे। इसके साथ ही, वे एनडीए के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट देने की अपील भी करेंगे। आयोजकों के अनुसार, दोनों सभाओं में हजारों की भीड़ जुटने की संभावना है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दोनों स्थलों पर विशाल पंडाल, मंच और हेलीपैड का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
चुनाव प्रचार का महत्व
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार करना किसी भी पार्टी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। खासकर, जब यह चुनावी दौर अंतिम चरण में हो। चिराग पासवान जैसे नेता की उपस्थिति से ना केवल प्रत्याशियों का हौसला बढ़ता है, बल्कि पार्टी के समर्थक भी उत्साहित होते हैं। इस बार के चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच कट्टर प्रतिस्पर्धा हो रही है, जिससे मतदाताओं का ध्यान आकर्षित करना आवश्यक है।
चुनाव परिणामों की अपेक्षा
जैसे-जैसे चुनाव का दिन नजदीक आ रहा है, सभी पार्टियों की नजर मतदाताओं के रुख पर है। एनडीए इस बार अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने की कोशिश में है, वहीं महागठबंधन भी अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है। सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीतियाँ तैयार की हैं, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता किसे चुनते हैं।
चिराग पासवान की रैलियों से एक बात स्पष्ट है कि वे चुनावी मैदान में पूरी ताकत से उतरने के लिए तैयार हैं। ऐसे में, यह चुनाव सिर्फ एक राजनीतिक घटनाक्रम नहीं है, बल्कि यह बिहार की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।























