बिहार चुनाव: योगेन्द्र यादव ने अररिया में की महागठबंधन के समर्थन में अपील
भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेन्द्र यादव ने अररिया शहर में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता का आयोजन किया। इस अवसर पर उन्होंने बिहार में चल रही ‘झूठ, लूट और फूट’ की राजनीति को समाप्त करने के लिए महागठबंधन पार्टियों को वोट देने की अपील की। उनके साथ बिहार संयोजक शाहिद कमाल और कामायानी स्वामी भी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम ‘आगामी विधानसभा चुनाव में हमारी भूमिका’ के तहत आयोजित किया गया था।

योगेन्द्र यादव ने अररिया में सभा की।
बिहार में ‘सुशासन’ का दावा: एक बड़ा झूठ
योगेन्द्र यादव ने अपने संबोधन में बिहार की राजनीतिक स्थिति पर गहरा कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां ‘सुशासन’ का दावा करना सबसे बड़ा झूठ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि सच में सुशासन होता, तो 75 लाख बिहारी काम की तलाश में बाहर क्यों भटकते। उन्होंने बिहार में बढ़ती हत्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चुप है।
उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए किसी भी जनसंगठन का केवल अपने सदस्यों तक सीमित रहना संभव नहीं है। इसी सोच के तहत 2023 में भारत जोड़ो अभियान का गठन किया गया, जिसका उद्देश्य चुनावी राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेना है। यादव ने यह भी कहा कि अगर बिहार की राजनीति में बदलाव लाना है, तो जनता को आगे आना होगा।
बिहार में लूट और घोटालों का मामला
योगेन्द्र यादव ने ‘लूट’ के संदर्भ में पुल-पुलिया गिरने और घोटालों को आम बताया। उन्होंने पीरपैंती में अदानी को 1 रुपये प्रति एकड़ की दर से 1050 एकड़ जमीन दिए जाने को एक बड़ा उदाहरण बताया। यादव ने आरोप लगाया कि लोग सोचते थे कि नीतीश कुमार भाजपा की सांप्रदायिकता को नहीं चलने देंगे, लेकिन अब वे केवल एक चेहरा बनकर रह गए हैं, जबकि शासन का असली काम कोई और कर रहा है।
फूट की राजनीति और भाजपा का दुष्प्रचार
योगेन्द्र यादव ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा ने सीमांचल में ‘फूट’ की कोशिशें की हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य NRC/CAA के संदर्भ में भ्रामक जानकारी फैलाना है। उन्होंने भाजपा के उपमुख्यमंत्री के दावों का हवाला देते हुए कहा कि 7.5 करोड़ मतदाताओं में से भाजपा ने केवल 16 आपत्तियां दायर कीं, जिनमें से जांच में महज 3 मुस्लिम नाम संदिग्ध पाए गए।

सभा में मौजूद लोग।
जनता से अपील: महागठबंधन को दें वोट
यादव ने सभा में उपस्थित लोगों से अपील की कि हिंदू-मुस्लिम भारत के दो महत्वपूर्ण हिस्से हैं और उन्हें ‘झूठ, लूट, फूट’ की राजनीति को हराकर महागठबंधन पार्टियों को वोट देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार चुनाव में जनता को एकजुट होकर अपने मत का सही उपयोग करना होगा।
इस दौरान, शाहिद कमाल ने बिहार के विभिन्न जिलों में अभियान के कार्यक्रमों की जानकारी दी, जबकि कामायानी स्वामी ने सीमांचल की जनता से ‘झूठ, लूट, फूट’ के खिलाफ मतदान करने का आग्रह किया। यह चुनावी मौसम बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लाने की संभावना प्रस्तुत करता है, जिसमें महागठबंधन का समर्थन करना महत्वपूर्ण हो सकता है।























