बिहार विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण के लिए चुनावी सरगर्मी तेज़
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार समाप्त होते ही अब दूसरे चरण के लिए चुनावी सरगर्मी तेज़ हो गई है। पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले की 12 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार में नई रफ्तार देखने को मिल रही है। इस बार दोनों प्रमुख राजनीतिक गठबंधन, एनडीए और महागठबंधन अपने-अपने चुनावी अभियानों में जुटे हुए हैं। नेताओं की सक्रियता से चुनावी माहौल गर्म हो चुका है और मतदाता अपने पसंदीदा प्रत्याशियों के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ जैसे नेता प्रचार मैदान में उतर चुके हैं। वहीं, महागठबंधन की कमान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने संभाली है, जो विभिन्न स्थानों पर जनसभाएं करके मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं। इन दोनों पार्टियों की सक्रियता से चुनावी माहौल में दावेदारी बढ़ गई है।
भाजपा के प्रमुख नेता करेंगे चुनावी सभाएँ
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा मधुबन विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी इंजीनियर राणा रंधीर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही, भाजपा नेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ हरसिद्धि विधानसभा क्षेत्र में मंत्री कृष्णनंदन पासवान के लिए जनसभा करेंगे। निरहुआ पिपरा में भी अपने समर्थकों के बीच वोट मांगने का कार्य करेंगे और मोतिहारी विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी प्रमोद कुमार के पक्ष में भी जनसंपर्क करेंगे।
महागठबंधन के नेता जनता से करेंगे अपील
वहीं, महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव भी चुनावी मैदान में सक्रिय हैं। वे ढाका, चिरैया, मोतिहारी, मधुबन, हरसिद्धि और नरकटिया सहित कई विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं करेंगे। तेजस्वी यादव इन क्षेत्रों में महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में जनता से समर्थन की अपील करेंगे। उनके द्वारा किए जाने वाले वादों और योजनाओं का असर मतदाताओं पर पड़ने की संभावना है।
चुनावी माहौल में गरमी और प्रशासन की तैयारियाँ
मोतिहारी के विभिन्न इलाकों में दोनों गठबंधनों के शीर्ष नेताओं की सक्रियता से चुनावी माहौल गरमा गया है। हर जगह पोस्टर, बैनर, रोड शो और नुक्कड़ सभाओं की धूम है। क्षेत्र में चुनावी रंग बिखरा हुआ है। लोग प्रत्याशियों के वादों और नेताओं की सभाओं पर ध्यान दे रहे हैं। वहीं, प्रशासन भी शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है।
चुनाव के इस दौर में मतदाता अपने अधिकार का उपयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। सभी पार्टियों के नेता मतदाताओं के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान का भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बार के चुनाव में युवा मतदाताओं की संख्या भी काफी है, जो चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए उत्सुक हैं।
निष्कर्ष
इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव न केवल राजनीतिक दलों के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी महत्वपूर्ण है। मतदाता अपने मत का सही उपयोग करते हुए अपने भविष्य को चुनने में सक्षम होंगे। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों को जनता के मुद्दों को समझना और उन पर काम करना आवश्यक है। चुनावी सरगर्मी और नेताओं की सक्रियता से साफ है कि बिहार का चुनावी माहौल काफी रोचक और चुनौतीपूर्ण होने वाला है।
इस चुनावी प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे मतदाताओं के बीच अपने विचारों और योजनाओं को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करें। बिहार विधानसभा चुनाव 2023 के दूसरे चरण की तैयारी जोर-शोर से चल रही है और सभी की नजरें अब चुनाव परिणामों पर टिकी हुई हैं।


























