बिहार विधानसभा चुनाव: अखिलेश यादव का प्रचार अभियान तेज
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान से पहले सभी राजनीतिक दल अपने-अपने प्रचार अभियान को तेज कर रहे हैं। इसी कड़ी में, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज भागलपुर पहुंच रहे हैं। वह नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।
अखिलेश यादव इस जनसभा के दौरान महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी जिया उल हसन उर्फ जेड हसन के लिए वोट मांगेंगे। यह चुनावी सभा नाथनगर विधानसभा क्षेत्र के कजरैली स्थित लक्ष्मीनिया पुल के पास आयोजित की जाएगी। समाजवादी पार्टी द्वारा इस कार्यक्रम की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और उनके साथ मंच पर प्रदेश के कई प्रमुख नेता भी उपस्थित रहेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था और जनसभा की तैयारियां
लक्ष्मीनिया पुल के पास जनसभा के लिए एक भव्य मंच तैयार किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, सभास्थल पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। अखिलेश यादव इस सभा के दौरान मुस्लिम और यादव वोटरों को गोलबंद करने का प्रयास करेंगे, जिससे कि MY समीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। इस क्षेत्र से एनडीए ने लोजपा(रा.) के मिथुन यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।
मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे थे अखिलेश यादव।
किसानों की आय और रोजगार पर अखिलेश का बयान
मंगलवार को अखिलेश यादव ने औरंगाबाद के ओबर में आयोजित एक जनसभा में कहा कि आज तक किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन अब वह एक करोड़ की बात कर रहे हैं, जबकि युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। तेजस्वी यादव ने बिहार में नौकरी देने की शुरुआत की है, जिसका संदेश पूरे देश में गया है। भाजपा के एजेंडे में रोजगार देना कभी शामिल नहीं था, बल्कि लोग 10-10 हजार रुपये उधार लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं। यदि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनते हैं, तो लोगों को रोजगार, उच्च शिक्षा और सामाजिक न्याय मिलेगा।
अखिलेश यादव का आरोप: बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति
अखिलेश यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज के बिहार में लोगों की हत्या गाड़ी से टक्कर मारकर की जा रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को बदलने का काम किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यदि तेजस्वी यादव की सरकार बनती है, तो बिहार में भी वही पुलिस व्यवस्था लागू की जाएगी, जो समाजवादी पार्टी के शासन में उत्तर प्रदेश में थी। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार थी, तब यूपी में पुलिस 5 से 7 मिनट में किसी भी घटना स्थल पर पहुंच जाती थी।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में अखिलेश यादव की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उनका मुख्य उद्देश्य महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदाताओं को एकजुट करना है। आने वाले दिनों में चुनावी जनसभाएं और भी तेज होंगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि बिहार की राजनीति में कौन सी दिशा में मोड़ आ रहा है।
























