बिहार विधानसभा चुनाव: मतदान के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होना है। इस बार चुनाव आयोग ने मतदान को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त बनाने के लिए व्यापक सुरक्षा और तकनीकी उपाय किए हैं। राज्य के सभी मतदान केंद्रों पर दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी।
सिवान में कंट्रोल रूम की विशेष व्यवस्था
सिवान जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर भवन में बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण दैनिक भास्कर के संवाददाता ने किया। नोडल अधिकारी सुजीत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सिवान जिले में कुल 2958 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस बार सभी मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। कंट्रोल रूम में हर विधानसभा के लिए अलग-अलग मॉनिटर लगाए गए हैं, जहां लगातार कैमरों की फीड देखी जा रही है। इसके लिए 24×7 प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती की गई है, जो किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई कर सकें।
GPS प्रणाली का उपयोग
सुजीत कुमार ने बताया कि इस बार मतदान दलों की गाड़ियों में भी GPS सिस्टम लगाया गया है। इससे मतदान दलों की लोकेशन की रियल टाइम ट्रैकिंग संभव हो रही है। यह व्यवस्था पारदर्शिता बढ़ाने और मतदान दलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बेहद कारगर सिद्ध हो रही है।
मतदान दिवस पर प्रशासन की तैयारी
नोडल अधिकारी ने विश्वास जताया कि जिला प्रशासन मतदान दिवस पर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहेगा। कंट्रोल रूम से लगातार निगरानी होती रहेगी और किसी भी तरह की गड़बड़ी या बाधा को तुरंत दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि सिवान के सभी मतदाता भयमुक्त वातावरण में अपने मतदान का अधिकार स्वतंत्र रूप से प्रयोग कर सकें।
मतदाताओं से अपील
जिला प्रशासन ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे 6 नवंबर को लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और शांतिपूर्ण व सुचारू मतदान में सहयोग करें। सुरक्षा और निगरानी के दृष्टिकोण से की जा रही इन व्यवस्थाओं के तहत प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
चुनाव आयोग की सख्त निगरानी
चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि मतदान के दौरान कोई भी असामाजिक तत्व या गतिविधियाँ मतदान प्रक्रिया को प्रभावित न करें। इसके लिए हर मतदान केंद्र पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। मतदान केंद्रों के आस-पास की स्थिति पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था
प्रवासी मतदाताओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। उन्हें मतदान के लिए अपने क्षेत्र में आने की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए आवश्यक जानकारी और मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी मतदाता को मतदान करने में कोई कठिनाई न हो।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की मतदान प्रक्रिया के लिए की गई ये सभी व्यवस्थाएं यह दर्शाती हैं कि चुनाव आयोग और जिला प्रशासन इस बार मतदान को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। सभी मतदाता अपने मतदान का अधिकार का प्रयोग करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।
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