बैतूल में बीजासनी माता मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव का आयोजन
बैतूल में गंज स्थित बीजासनी माता मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ जुटी, जिन्होंने मां दुर्गा की आराधना की। नवरात्र के इस पावन पर्व पर विशेष रूप से माता की पूजा अर्चना की गई, एवं भव्य आयोजन किए गए।
समिति अध्यक्ष पं. दीपक शर्मा ने बताया कि दशमी के दिन मां की विदाई नहीं की जाती, बल्कि इस दिन माता का मां ताप्ती से मिलन करवाया जाता है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने विशेष महाप्रसाद का सेवन किया और भक्ति भाव से माता के दरबार में हाजिरी लगाई। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है।
नवरात्र महोत्सव का महत्व
शारदीय नवरात्र महोत्सव का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह पर्व शक्ति की पूजा का प्रतीक है, जिसमें भक्त नौ दिनों तक माता दुर्गा की आराधना करते हैं। नवरात्रि में उपवास, पूजा और अर्चना का विशेष महत्व होता है। भक्तजन इस दौरान अपने मन की इच्छाओं को मां के समक्ष रखते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।
- नवरात्रि का पर्व हर साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होता है।
- इस दौरान भक्तजन दिन-रात माता की आराधना करते हैं।
- नौ दिन की पूजा के दौरान विभिन्न अनुष्ठान और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- दशमी के दिन मां की विदाई को लेकर विशेष पूजा विधि का पालन किया जाता है।
बीजासनी माता मंदिर की विशेषताएं
बीजासनी माता मंदिर में देश भर से श्रद्धालु आते हैं, जो मां के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। इस मंदिर की वास्तुकला और यहाँ की धार्मिक परंपराएं भक्तों को आकर्षित करती हैं। मंदिर परिसर में शांत वातावरण और भक्ति की महक भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।
मंदिर में प्रतिदिन होने वाली पूजा और विशेष अवसरों पर आयोजित भजन संध्या भक्तों के लिए प्रेरणादायक होती है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु न केवल मां की कृपा प्राप्त करते हैं, बल्कि सामाजिक समरसता का भी अनुभव करते हैं। इस प्रकार, बीजासनी माता मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर भी है।
समुदाय की भागीदारी
इस महोत्सव में स्थानीय समुदाय की भागीदारी भी महत्वपूर्ण रही। भक्तों ने मिलकर मंदिर की सजावट की, विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया और एक-दूसरे के साथ मिलकर इस पर्व का आनंद लिया। पं. दीपक शर्मा ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से न केवल धार्मिक भावना को बल मिलता है, बल्कि सामुदायिक एकता भी बढ़ती है।
मंदिर समिति ने इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और बताया कि अगले वर्ष भी इस महोत्सव को और भव्य तरीके से मनाने की योजना है। उन्होंने सभी से सहयोग और समर्थन की अपील की, ताकि इस धार्मिक परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके।
निष्कर्ष
बैतूल के बीजासनी माता मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव का आयोजन एक सफल एवं समर्पित प्रयास था, जिसने सभी भक्तों को एकजुट किया। इस पर्व ने न केवल धार्मिक आस्था को जीवित रखा, बल्कि समाज में प्रेम और एकता का संदेश भी दिया। भक्तों ने इस अवसर पर माता से अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना की, और मंदिर में भक्ति भाव से उपस्थित रहे।
इस प्रकार, बीजासनी माता मंदिर का नवरात्र महोत्सव हर वर्ष की तरह इस बार भी अद्भुत और प्रेरणादायक रहा। श्रद्धालु इस पर्व को लेकर विशेष उत्साहित थे और उन्होंने मिलकर एक यादगार अनुभव साझा किया।