रणबीर कपूर का दुर्गा पूजा पंडाल दौरा
रणबीर कपूर ने रविवार को मुंबई में एक दुर्गा पूजा पंडाल का दौरा किया, जहां उन्होंने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उनके करीबी मित्र और फिल्म निर्माता अयान मुखर्जी भी उनके साथ थे। रणबीर और अयान के बीच न केवल एक पेशेवर साझेदारी है, बल्कि उनका व्यक्तिगत संबंध भी बहुत मजबूत है। इस दौरे की भावनात्मक अहमियत थी, क्योंकि यह अयान के पिता, दिग्गज अभिनेता देब मुखर्जी के निधन के बाद का पहला पूजा था, जो मार्च में इस दुनिया से चले गए थे।
रणबीर का पारंपरिक अंदाज
इस मौके पर, रणबीर ने पारंपरिक festive कपड़े पहने हुए थे और वह पंडाल से बाहर निकलते समय फोटोग्राफरों के साथ बातचीत करते हुए नजर आए। उन्होंने देब मुखर्जी को याद करते हुए कहा, “मैं वर्षों से यहाँ आ रहा हूँ, जब से मैं अयान को जानता हूँ। निश्चित रूप से, हमें डेबू अंकल की याद आती है। उनका निधन हुआ और उनकी अनुपस्थिति यहाँ बहुत महसूस की जाती है।”
आध्यात्मिक अनुभव का साझा करना
रणबीर ने अपने आध्यात्मिक अनुभव को साझा करते हुए कहा, “यहाँ माँ दुर्गा के दर्शन करना हमेशा बहुत अच्छा लगता है। यहाँ जो शक्ति और शुभता महसूस होती है, वह हमेशा विशेष होती है।” उनके इस भावनात्मक बयान ने दर्शकों में एक गहरी छाप छोड़ी।
पंडाल में हल्का माहौल
इस दौरान पापराज़ी ने उन्हें उनके जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं, जिस पर रणबीर ने गर्मजोशी से उत्तर दिया, “धन्यवाद, धन्यवाद बहुत।” पंडाल के दौरे के दौरान, रणबीर ने श्रद्धालुओं से मिलकर खुशी-खुशी तस्वीरें भी खिंचवाईं।
रणबीर का देसी लुक
रणबीर ने इस पंडाल दौरे के लिए पारंपरिक परिधान का चयन किया था। उन्होंने एक नीले कुर्ते के साथ सफेद पायजामा पहना हुआ था, जिसमें वे पूरी तरह से देसी मंड़ा लग रहे थे। उनकी इस पारंपरिक पोशाक ने उन्हें और भी आकर्षक बना दिया।
दुर्गा पूजा का महत्व
दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। इस दौरान लोग एकत्रित होते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और एक-दूसरे के साथ आनंद साझा करते हैं। रणबीर कपूर जैसे सितारे इस उत्सव में शामिल होकर इसे और भी खास बनाते हैं।
कुल मिलाकर एक यादगार दिन
रणबीर कपूर का दुर्गा पूजा पंडाल में जाना न केवल उनके व्यक्तिगत संबंधों को दर्शाता है, बल्कि यह इस बात का भी प्रतीक है कि कैसे फिल्म उद्योग के सितारे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। यह दिन न केवल उनके लिए बल्कि उनके प्रशंसकों और श्रद्धालुओं के लिए भी एक यादगार अनुभव बना।