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Ceasefire पर Digvijay Singh बोले- पाकिस्तान की मिसाइलों को सख्ती से रोका जाए

भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम: पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा … Ceasefire पर Digvijay Singh बोले- पाकिस्तान की मिसाइलों को सख्ती से रोका जाएRead more

भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम: पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा के बाद मिसाइल फायरिंग की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह गलत है और इसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन गया है और वहां की सरकार आतंकवादियों को प्रशिक्षित करती है।

राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह।

मुख्य बिंदु

  1. दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान की निंदा की, कहा- मिसाइलें चलाना गलत है।
  2. पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन गया है, सरकार को इसे रोकना चाहिए।
  3. संघर्ष के समय विपक्ष हमेशा सरकार के साथ खड़ा रहता है, मदद के लिए तैयार।

नवदुनिया प्रतिनिधि, गूना (गूना समाचार)। पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के मिसाइल फायरिंग को संघर्ष विराम की घोषणा के बाद गलत ठहराया है। इसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। रविवार सुबह सिंह शहर के बोन मिल क्षेत्र में भूमाफिया से प्रभावित आदिवासी परिवार से मिलने पहुंचे थे।

इस दौरान उन्होंने मीडिया से अनौपचारिक चर्चा की। दिग्विजय ने कहा कि हर समस्या का समाधान बातचीत से होना चाहिए, जबकि युद्ध अंतिम विकल्प है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन गया है। वहां की सरकार पैसे के लालच में आतंकवादियों को प्रशिक्षित कर रही है, जिसके बाद वे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं।

संघर्ष विराम की घोषणा के बाद भी मिसाइलें चलाना

ये सभी बातें अब साफ हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कई देशों ने भी मान लिया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें दुख है कि संघर्ष विराम की घोषणा के बाद पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइलें चलाईं, जो कि अस्वीकार्य है।

इसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। जब युद्ध की स्थिति होती है, तब विपक्ष भारतीय सरकार के साथ खड़ा होता है। दिग्विजय ने कहा कि जब देश संकट में होता है, तो सभी को राजनीति से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। हम भारत सरकार और सेना के साथ खड़े हैं और आवश्यकता पड़ने पर पूरी सहायता देंगे।

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